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मनुष्य का परम कर्तव्य, भाग-1 (Manushya Ka Param Kartava, Vol. 1)
ब्रह्मलीन परम श्रद्धेय श्री जयदयाल जी गोयन्दका के द्वारा प्रणीत इस पुस्तक में भक्ति, ज्ञान, वैराग्य,..
मनुष्य जीवनाचे उद्देश्य, मराठी (Manushya Jeevanache Uddeshya, Marathi)
इस पुस्तक में श्री जयदयाल गोयन्दका द्वारा जीवन सुधारने हेतु लेखों का अनुपम संग्रह किया गया है।..
मनुष्य-जीवन का उद्देश्य (Manushya-Jeevan Ka Uddeshya)
इस पुस्तक में श्री जयदयाल गोयन्दका द्वारा जीवन सुधारने हेतु लेखों का अनुपम संग्रह किया गया है।..
महात्माओं की अहैतुकी दया (Mahatmaon Ki Ahaituki Daya)
महात्माओं की अहैतुकी दया - श्री जयदयाल जी गोयन्दका द्वारा लिखी पुस्तक।..
लव-कुश-चरित्र (Luv-Kush-Charitra)
इस पुस्तक में भगवान श्रीराम के पुत्रों लव और कुश के जीवन तथा भगवान श्रीराम द्वारा किये गये अश्वमेध य..
व्यवहार में परमार्थ की कला (Vyavahar Mein Parmartha kI Kala)
पूर्व प्रकाशित सरल एवं व्यावहारिक शिक्षाप्रद लेखों के इस ग्रन्थाकार संकलन में गीता-रामायण आदि ग्रन्थ..
शिक्षाप्रद पत्र (Shikshaprad Patra)
अभ्यास, वैराग्य, संयम, जप-विधि, भगवान के दया का रहस्य, संसार की क्षणभंगुरता इत्यादि अनेक विषयों पर श..
श्रद्धा-विश्वास और प्रेम (Shraddha-Vishwas Aur Prem)
अलग-अलग सात भागों तथा विभिन्न शीर्षकोंकी तेरह पुस्तकोंमें पूर्व प्रकाशित सरल एवं व्यावहारिक शिक्षाप्..