इस पुस्तक में भक्ति-दर्शन के प्रधान आचार्य देवर्षि नारद-कृत नारद-भक्तिसूत्र की श्री हनुमानप्रसाद जी पोद्दार द्वारा सर्वजनोपयोगी, बोधगम्य तथा सरल व्याख्या की गयी है।
इस पुस्तक में भक्ति-दर्शन के प्रधान आचार्य देवर्षि नारद-कृत नारद-भक्तिसूत्र की श्री हनुमानप्रसाद जी पोद्दार द्वारा सर्वजनोपयोगी, बोधगम्य तथा सरल व्याख्या की गयी है।