यह पुस्तक प्रातःस्मरणीय भक्तकुल चूणामणि गोस्वामी श्री तुलसीदास जी की प्रमुख कृतियों में है और भक्त-समाज में इसका बहुत आदर है। यह श्री गोस्वामी जी के भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, नीति का अक्षय अनुभव कोश है।
यह पुस्तक प्रातःस्मरणीय भक्तकुल चूणामणि गोस्वामी श्री तुलसीदास जी की प्रमुख कृतियों में है और भक्त-समाज में इसका बहुत आदर है। यह श्री गोस्वामी जी के भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, नीति का अक्षय अनुभव कोश है।