सृष्टि की आदि शक्ति भगवती दुर्गा की धर्मशास्त्रों में अतुलनीय महिमा बतलायी गयी है। नवरात्र के नौ दिनों में इनके नौ स्वरूपों की उपासना की जाती है। इस पुस्तक में भगवती दुर्गा के नवों स्वरूपों के उद्भव, विकास, उपासना तथा उपासना से प्राप्त होनेवाले फलों का अत्यन्त सुन्दर वर्णन किया गया है। पुस्तक में आर्ट पेपर पर माँ दुर्गा के नवों स्वरूपों के आकर्षक तथा रंगीन चित्र भी दिये गये हैं।