प्रस्तुत पुस्तकमें भक्त सुव्रत, भक्त वैश्वानर, भक्त पद्मनाभ, नन्दी वैश्य, भक्त राजा पुण्यिनिधि, शिवभक्त महाकाल आदि आठ विभिन्न भक्ति-धाराओंके भक्तोंके मंगलमय चरित्रका अनुपम संग्रह है। ये चरित्र मानव-मनके सम्पूर्ण कल्मषोंको धोने तथा उसे भक्ति-पथपर बढ़ानेमें विशेष सहायक हैं।