यह पुस्तक कल्याण में समय-समय पर प्रकाशित सत्य घटनाओं का प्रेरक प्रसंगों के रूपमें ऐसा मार्मिक चित्रण है कि इसे पढ़ते-पढ़ते आँखों से प्रेमाश्रु छलक पड़ें। आदर्श उपकार, स्वप्न के स्वरूप में सत्य, बहू की बुद्धि, विद्यालय की मित्रता आदि 48 प्रसंगों के रूपमें वर्णित ये प्रेरक-प्रसंग पठनीय तथा अनुकरणीय हैं।