प्रस्तुत पुस्तक भक्तहृदय पूज्य श्री भाईजी के द्वारा प्रणीत भक्ति-साहित्य के 1565 गेय पदोंका अनुपम संग्रह है। इन पदों में भगवान श्रीकृष्ण की मधुर लीलाओं के चित्रण के साथ ज्ञान, वैराग्य, चेतावनी आदि अनेक विषयों पर सरल काव्यात्मक प्रकाश डाला गया है। सचित्र, सजिल्द।