प्रस्तुत पुस्तक में भक्त रामचन्द्र, भक्त लाखाजी, भक्त गोवर्धन, भक्त नवीनचन्द्र, भक्त स्वामी रामअवधदास आदि बारह भक्तों के ऐसे विलक्षण चरित्र संग्रह किये गये हैं, जिन्हें पढ़ते ही भावुक हृदय में भगवद्भक्ति एवं शाश्वती शान्ति की कल्याणकारिणी तरंगें उठने लगती हैं।